एक कार्यकारी सहायक कि नौकरी में आने वाली चुनौतियों के अलावा कई भत्ते और सुविधाओं सहित कैरियर के अनूठे अवसर भी हैं जोकि दूसरी नौकरियों के पोर्टफोलियो में कम ही मिलते हैं।
जबकि बॉस के साथ लगातार संपर्क में रहना चुनौतियों का एक हिस्सा है लेकिन यह आशीर्वाद और श्राप दोनों है। हालांकि प्रत्यक्ष और पारदर्शी चर्चा का यह स्तर यह जानने का मौका देता है कि मालिकों के दिमाग में वास्तव में क्या चल रहा है ताकि कार्यकारी सहायक एक मजबूत, दीर्घकालिक समर्थन और सहायता प्रदान कर सके।
इसके साथ सहायक के पास अध्ययन करने का सुनहरा मौका होता है कि सफल व्यक्ति किस तरह सोचता है बात करता है और निर्णय से प्रभावित होता है। बहुत कम लोगों को प्रेरणा स्रोत (अनुभवी) व्यक्तियों से प्रत्यक्ष और लगातार बातचीत करने के अवसरों की अनुमति मिलती है।
विभिन्न कार्य करने में सहायकों का सहयोग लिया जाता है जिसमें दैनिक कर्तव्यों में विशिष्ट कामों को शामिल किया जाता है जैसे क्लाइंट मीटिंग और योजनाओं का आयोजन।
यदि सहायक इन विशिष्ट कार्यों को करने में आनंद लेते हैं, तो वे (उत्साह-पूर्वक) उनमें ओर अधिक काम कर पाएगा/पाएगी। हालांकि अगर सहायक ऊबने लगता है तो उसे अवश्य ही अपने मालिक से संपर्क करके कहना चाहिए कि वह कुछ और कार्य करना चाहता है। अक्सर मालिक उनकी समस्या को ध्यान में रखते हैं और उन्हे नए कार्य दे देते हैं।
संगठन के मालिक के साथ कार्य करने से कई विभागों के प्रमुखों को जानने और उनसे मिलने का अवसर मिलता है जो बदले में उनकी अच्छी उपस्थिति और प्रतिष्ठा बनाने में सहायक होता है।
कार्यकारी सहायक जानते हैं कि हर व्यक्ति जिसके साथ वे बातचीत करते हैं वे भविष्य में उनके नियोक्ता हो सकते हैं। इसलिए वे जितना संभव हो उतना सौहार्दपूर्ण और पेशेवर होने का अपना पूरा प्रयास करते हैं जिससे वे नियमित आधार पर लोगों के साथ एक प्रगाढ़ और दीर्घकालिक संबंध बना लें और उनके साथ काम कर सकें।